सीने में जलन के कारण, लक्षण,उपचार balram, March 4, 2024 सीने में जलन क्या होता है? सीने में जलन या हार्टबर्न कईं लोगों में लोवर इसोफैगियल स्फिंक्टर (एलईएस) ठीक से बंद नहीं होता है और अक्सर खुला रह जाता है। जिससे पेट का एसिड वापस बहकर इसोफैगस में चला जाता है। इससे छाती में दर्द और जलन होती है। इसे ही जीई आरडी या एसिड रिफ्लक्स कहते हैं। https://moleque.ai/ सीने में जलन के लक्षण हार्टबर्न में सीने में जलन होने के अलावा और भी समस्याएं होती है, जैसे- गले में इन्फेक्शन- पाचनतंत्र की समस्याओं का भला गले में खराश से क्या लेना-देना तो जवाब यह है कि यदि आपको सर्दी जुकाम जैसी कोई समस्या नहीं लेकिन गले में दर्द हो रहा है तो इसका कारण हार्ट बर्न हो सकता है। चक्कर आना- चक्कर आने का कारण आमतौर पर हम कमजोरी को मानते हैं, लेकिन जरुरी नहीं कि हर बार ऐसा ही हो, चक्कर आना भी हार्ट बर्न या एसिड फ्लक्स का एक कारण हो सकता है। मुंह से लार का अधिक स्राव- मुंह में लार का बनना या स्त्रावित होना एक स्वाभावित प्रक्रिया है, यदि ये सामान्य रूप से बन रहा है तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन यदि मुंह में अचानक लार का स्राव बढ़ने लगे तो ये एसिड रिफ्लक्स हो सकता है। नॉन कार्डिएक चेस्ट पेन- हार्ट अटैक के बाद होने वाला छाती में दर्द जिसको कार्डिएक चेस्ट पेन कहा जाता है, इसके लक्षण हैं- पसीना आना, सांस फूलना आदि, लेकिन जब इन लक्षणों के बिना छाती में दर्द हो तो यह कई बार यह दर्द फूड पाइप की वजह से भी हो सकता है, इसको नॉन कार्डिएक चेस्ट पेन कहा जाता है, हालांकि दोनों में ज्यादा फर्क करना मुश्किल है इसलिए बेहतर है कि डॉक्टर को दिखाएँ। इसके अलावा और भी लक्षण होते हैं, जो ये हैं- –आमतौर पर खाना खाने के बाद या रात के समय छाती में जलन जैसा दर्द होता है। -लेटने या झुकने से दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। -सीने में जलन का दर्द छाती के निचले हिस्से तक रह सकता है, या गले तक भी महसूस हो सकता है। -अगर अम्ल का प्रतिवाह कंठनली के पास होता है, तो इससे खांसी या गला बैठने जैसी समस्या हो सकती है। घर की देखभाल आपको बार-बार होने वाली जलन (हृदय की जलन जो प्रति सप्ताह 2 या अधिक दिन होती है) का इलाज करना चाहिए क्योंकि भाटा आपके अन्नप्रणाली की परत को नुकसान पहुंचा सकता है। यह समय के साथ गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है। अपनी आदतों को बदलना सीने में जलन और जीईआरडी के अन्य लक्षणों को रोकने में सहायक हो सकत है।आपकी दिनचार्य लक्षणों से बचने में मदद करेंगी। यदि आप इन चरणों को आज़माने के बाद भी सीने में जलन से परेशान हैं तो अपने प्रदाता से बात करें। सबसे पहले, उन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचें जो भाटा को ट्रिगर कर सकते हैं, जैसे: शराब कैफीन कार्बोनेटेड ड्रिंक्स चॉकलेट खट्टे फल और जूस पुदीना और पुदीना मसालेदार या वसायुक्त भोजन, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद टमाटर और टमाटर सॉस इसके बाद, अपने खाने की आदतों को बदलने का प्रयास करें: खाने के तुरंत बाद झुकने या व्यायाम करने से बचें। सोने से 3 से 4 घंटे के भीतर खाने से बचें। पेट भरकर लेटने से पेट की सामग्री निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर (एलईएस) पर अधिक दबाव डालती है। इससे भाटा उत्पन्न हो सकता है। छोटे-छोटे भोजन करें। सीने में दर्द होने पर करवाएं ये टेस्ट-ब्लड टेस्ट (Blood Test)हार्ट हेल्थ के बारे में जानने के लिए आप अपना ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं. ब्लड टेस्ट से मांसपेशियों के छतिग्रस्त होने के बारे में पता चल सकता है. बल्ड टेस्ट से शरीर के अंदर सोडियम, कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स , विटामिन और मिनरल्स को नापा जा सकता है.इसलिए अगर आपको भी सीने में दर्द की शिकायत है को आप भी ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं. CBC LIPID PROFILE SODIUM VITAMIN TRIGLYCERIDE https://moleque.ai/ https://moleque.ai/इको टेस्ट (echo test)-हृदय के स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए इको टेस्ट भी किया जा सकता है. बता दें इको टेस्ट को इकोकार्डियोग्राम भी कहा जाता है. इको एकग तरह का अल्ट्रासाउंड होता है. इससे देखा जा सकता है कि हृदय की धड़कने और पंप कैसे काम कर रहा है. इससे हृदय के अंदर की तस्वीरो को देखा जा सकता है.इसलिए अगर आपको सीने में जलन या दर्द है तो यह टेस्ट करा सकते हैं.कार्डियक सीटी स्कैन (cardiac CT scan–)-कार्डियक सीटी स्किन हृदय और चेस्ट के चारों तरफ की तस्वीरो को लेता है. इस टेस्ट से हृदय से जुड़ी हर समस्या का पता लगाया जा सकता है. इस टेस्ट के लिए व्यक्ति को मशीन के अंदर टेबल पर लिटा दिया जाता है. इसके बाद इस टेबल के अंदर लगीं एक्स-रे ट्यूब हृदय के आसपास के तस्वीरों को लेता है. उपचार के उपाय जलन के उपचार हेतू कुछ दवाई उपयोग करें। nux 30 carboveg 30 Asafoetida 30 सुबह-शाम 3-3 बूँद लेनी है। परामर्श के लिए सम्पर्क करें। DR.BALRAM SINGH 7827458220 Uncategorized GassHeart burnगैस्ट्रिकछातीजलनपेट